ग्राम पंचायत की जानकारी इस पेज में नीचे गाँव व ग्राम पंचायत से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी दिया गया है। आगन्तुक मेहमानों से यह निवेदन है कि अपने गाँव से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी का ब्यौरा इसी पेज से डाउनलोड करें। जैसे नरेगा में कितने मजदूर काम करते हैं उसकी पूरी लि्सट निकल जायेगी। नरेगा में कौन सा काम हो रहा है उसका मजदूरी कौन कौन पा रहा है। प्रधानमन्त्री आवास किसको किसको मिला उसकी पूरी लिस्ट यहाँ से डाउनलोड होगी। शौचालय किसको किसको मिला उसकी पूरी लिस्ट आप इसी पेज से डाउनलोड करेंगे।
चौदहवाँ वित्त के अन्तर्गत 15 प्रकार के काम होते हैं उसकी पूरी लिस्ट इसी साइट से होकर डाउनलोड हो जायेगी। राशन कार्ड हर राज्य का राशन कार्ड लिस्ट इसी साइट से डाउनलोड कर सकते हैं।
किसान सम्मान निधि इसी पेज में चेक कर सकते हैं। इसका लिंक इसी पेज में नीचे दिया गया है।
वृद्धा पेंसन चेक करना और सूची डाउनडोड करना यह पूरी जानकारी आपको इसी पेज से डाउनलोड करने का अवसर मिल जायेगा।
बहुत सी ग्रामीण जानकारी इसी पेज से आप हासिल करते रहेंगे। भविष्य में आने वाली हर योजना की पूरी जानकारी इसी पेज से डाउनलोड होती रहेंगी।
पीएम आवास पात्र लोगों की जगह अपात्रों को वितरण आज के समय में ईमानदार छवि का नेता, अगुवा अधिकारी की कल्पना करना रात में सूर्य के निकलने की कल्पना करने के समान है। क्योंकि आज के समय में गरीब गरीब होता चला जा रहा है और अमीर अमीर होता जा रहा है। इस गैप को भरने के लिये सरकार समय सयम पर सराहनीय कदम उठाती आयी है। इसी सराहनीय कदमों में से सरकार की आवास योजना है। सम्पूर्ण भारत में करोड़ों आवास बनाये गये लेकिन जिसमें से सिर्फ 40 प्रतिशत जरुरत मन्द लोगों को इसका लाभ मिला और 60 प्रतिशत अपात्र लोग इस योजना का लाभ ले लिये। आज वो हकीकत आपको पता चलेगा जिसकी आप कल्पना नही करते हैं। गरीबों को आवास न मिलने के निम्नलिखित कारण हैं-
1- प्रधान का सौतेला व्यवहार अक्सर देखा जाता है कि जब देश में पंचायत चुनाव होते हैं तो उस वक्त चुनाव जीतने से पहले तमाम गरीबों को, बेघरों को आवास दिलवाने का भरोसा दिया जाता है और जब चुनाव बीत जाता है तब सारे वादे ठण्डे बस्ते में धर दिये जाते हैं लेकिन इतना ही नहीं
जब पी एम आवास के आवेदन का समय आता है तो प्रधान चुपके से धीरे-धीरे सिर्फ उन लोगों का आवेदन करवाता है जो उसको वोट किये हों जो उसके कहने पर कुछ भी करने को तैयार हो जाते हों, जो उसके कहने पर आवास की रकम का एक बड़ा हिस्सा कमीशन के नाम पर देने के लिये तैयार हो। वैसे कमीशन की रकम प्रधान सीधे तौर पर अपने मतदाता से नही माँगता है उसके लिये उसके पास तमाम प्रोफेसनल बहाने होते हैं जैसे- बैंक अधिकारी का सरचार्ज देना है, ऊपर के अधिकारी जब तक पायेंगे नही तब तक अगली किस्त का पैसा आयेगा ही नहीं, यह एक गोपनीय कार्य है किसी से मत बताना नही तो तुम्हारा पैसा भी रुकेगा, मकान भी नही बन पायेगा, उल्टे पहली किस्त का पैसा सूद सहित वापस बैंक में देना होगा। इत्यादि प्रकार के झूठे बहाने करके डरावनी बाते करके प्रधान या मुखिया अपने मतदाता से आवास का कमीशन ले लेता है और अपने मतदाता की नजर में शरीफ बना रहता है।
2 – जागरुक होने का अभाव
कुछ ऐसे भी कारण होते हैं कि उसमें गाँव के मुखिया या प्रधान पर आरोप लगाना उचित नही होता है। जैसे- मान लीजिये कि एक पंचायत में 5000 वोटर हैं और 1000 गरीब ऐसे हैं जिनके पास अपना पक्का घर नही है तो इस दशा में उस ग्राम सभा में 1000 आवास तो आयेगा नहीं कहने का तात्पर्य यह है कि सरकार अपने बजट के अनुसार पूरे जिले में हर पंचायत में थोड़ा-थोड़ा आवास भेज देती है। अब ऐसी परिस्थिति में प्रधान के ऊपर दोषारोपण करना उचित नही होगा। क्योंकि ऊपर से विभाग में जितने लोगों को आवास के लिये सूचीबद्ध किया गया है अब उतने ही लोगों को आवास का रकम हासिल हो सकेगा। अब बात ये आती है कि तो आवास पाने कि लिये क्या करें। इसके लिये आप जागरुक रहें। अपने प्रधान से लगातार सम्पर्क में रहें और पता लगातें रहें कि अगली बार कब आवेदन होगा। और इतना ही नहीं प्रधान के अलावा अन्य अधिकारी कर्मचारी से भी सम्पर्क में रहे पता करते रहें कि कब अगला आवदेन होगा। आवेदन हो जाने के बाद जाँच होगा। प्रमाणीकरण होगा, सारी प्रक्रियाओं के लिये सक्रिय रहें जिस भी व्यक्ति के पास जाना हो उसके पास जरुर जायें चाहे वह प्रधान हो चाहे व सिक्रेटरी हो चाहे लेखपाल हो या विडियो ही क्यों न हो।
3-डाक्यूमेन्ट का दुरुस्त न होना
होना बहुत बार ऐसा होता है कि समय पर आपका आवदेन हो जाता है, समय पर फोटोग्राफी हो जाता है, समय पर आपका आवेदन गाँव से लेकर जिले तक चला जाता है। लेकिन ऐसा भी होता है कि इन्सान से गलती हो जाती है तो मशीन से गलती नही होती है। कहने का अर्थ है कि आपके दस्तावेज में यदि कोई गलती है और आप उसको बिना सुधार करवाये आगे फारवर्ड होने के लिये जमा कर देते हैं तो इसका मतलब यह नही है कि वह गलती छम्य होगी। अगर आपके डाक्यूमेन्ट में, आधार कार्ड में बैंक खाता संख्या में आई एफ एस सी कोड में पहचान पत्र में या सम्बन्धित किसी भी कागज में कोई भी गलती है तो उस वजह से भी आपका आवास रुक जायेगा साथ ही अन्य लोगों का आवास आ जायेगा। तो अपने डाक्यूमेन्ट को सही रखें।
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